MP प्रदेश में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से हुई क्षति के आंकलन हेतु केंद्र से आए आईएमसीटी के द्वितीय भ्रमण कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय दल द्वारा बुधवार को देवास जिले का भ्रमण किया गया।
इस दौरान केंद्रीय दल द्वारा जिले में अतिवृष्टि के कारण फसलों, सड़कों व मकानों को हुई क्षति का अवलोकन किया गया।केंद्रीय दल में संयुक्त सचिव श्री एसके शाही, संचालक श्री अमरनाथ सिंह व सहायक निदेशक श्री सुमित गोयल शामिल थे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय, एसडीएम देवास अरविन्द चौहान, एसडीएम सोनकच्छ अंकिता जैन, अतिरिकत् मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजेश दीक्षित, उपसंचालक कृषि नीलमसिंह चौहान, उपसंचालक उद्यानिकी नीरज सांवलिया व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने केंद्रीय दल को जिले में अतिवृष्टि के कारण सड़कों, फसलों व मकानों को हुई क्षति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। केंद्रीय द्वारा देवास जिले की दो सड़कों बालगढ़-नागदा मार्ग तथा अगेरा-तालौद-ढाबला होते हुए जावर-सीहोर को जाने वाली सड़क मार्ग का निरीक्षण कर सड़कों को हुई क्षति का जायजा लिया गया। केंद्रीय दल ने अगेरा में खेतों में जाकर अतिवृष्टि व बाढ़ के कारण फसलों को हुई क्षति का अवलोकन किया। खेतों में सोयाबीन की फसल के अवलोकन के दौरान उपस्थित किसानों ने केंद्रीय दल को अवगत कराया कि अतिवृष्टि के कारण किसानों की खरीफ फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। खेतों में ही फसल खराब हो गई है केवल 10 से 20 प्रतिशत सोयाबीन ही निकल रहा है। सोयाबीन का दाना भी बदरंग हो जाने से भाव भी कम मिल रहे हैं। उपज इतनी कम हो गई है कि लागत व मजदूरी भी नहीं निकल रही है।